स्वच्छता स्वस्थ शरीर के लिए परम आवश्यक है। व्यक्तिगत स्वच्छता जहां एक व्यक्ति को स्वस्थ रखती है वहीं सामाजिक स्वच्छता पूरे समाज को निरोगी काया प्रदान करती है। सामाजिक स्वच्छता स्वस्थ समाज की संकल्पना को फलीभूत करता है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड धारी एवं विभागाध्यक्ष मटेरिया मेडिका हनीमैन कॉलेज ऑफ़ होम्योपैथी यूके लंदन डॉ भास्कर शर्मा ने बताया कि
संचारी रोग की भयावहता का मुख्य कारण गंदगी है। घर के बाहर ही कूड़ा-करकट का फेंकना रोगों को जन्म देता है जिनमें से कुछ तो जानलेवा भी साबित होते हैं। डॉ भास्कर शर्मा ने कहां कि संचारी रोगों में मुख्य रूप से वाइरल बुखार, मलेरियल बुखार, कालरा, डायरिया, दिमागी बुखार आदि को रखा जाता है। ये सभी ऐसे रोग हैं जो परिवार के एक भी सदस्य को होने पर अन्य लोगों को होने की पूरी संभावना रहती है। डॉ भास्कर शर्मा ने संचारी रोगों से बचने के लिए होम्योपैथी की एकोनाइट, आर्सेनिक, औरमट्राई फीलियम, कैंफर,कार्बोवेज, नक्स वॉमिका, बैक्टीसिया, पैट्रोलियम, ब्रायोनिया,यूपाटोरियम परफोलिएटम, सल्फर, बेलाडोना,जलसीमीयम पोडोफिलम आदि होम्योपैथिक औषधियां लक्षण अनुसार बेहद कारगर है। डॉक्टर शर्मा ने आगे यह भी बताया कि इसके लिए साफ सफाई अपनाएं और बीमारी से बचें। अधिक से अधिक नारियल पानी, शिकंजी, ताजे फलों के रस आदि तरल पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी। अधिक जानकारी के लिए तत्काल चिकित्सक से सलाह लें।
