मेराज़ मुस्तफा
बढ़या-सिद्धार्थनगर:- एक ढाई वर्षीय मासूम की निगाहें बार-बार घर के बाहर लगी भीड़ को देखती है और आंख बंद कर लेती है फिर आँख खोलकर जैसे कोई अनमोल चीज तलाश रही लेकिन वह अनमोल हस्ती इस दुनिया मे नही इस बात से मासूम प्रियांशी बेखबर है लेकिन लोगों की भीड़ मासूम प्रियांशी को देखकर स्वयं भावुक हो जा रही हर आँख नम होती रहती है।एक मासूम बच्ची के लिए उसकी माँ से ज्यादा अनमोल क्या होगा भला मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के खैरा खास पश्चिम डीह निवासी कुलदीप आजाद पुत्र सीताराम (24 वर्ष) की शादी पांच वर्ष पूर्व शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के टेढ़ी बरैनिया निवासी विश्राम की पुत्री रंजू से हुई थी जिनसे एक ढाई वर्षीय पुत्री भी है।मंगलवार की सांय साढ़े छह बजे के करीब मृतका के चीखने चिल्लाने की आवाज बरामदे से सटे कमरे में से आने लगी जिसपर आस पड़ोस के लोग जब तक पंहुचते तब तक मृतका का शरीर पूर्ण रूप से जल चुका था व कमरे में किरोसिन का एक डिब्बा रखा हुआ था।मृतका के पति कुलदीप ने इस बात की जानकारी कानपुर में रहकर व्यवसाय करने वाले विश्राम को दी कि आपकी बेटी ने खुदको जलाकर मार दिया यह सुनते ही मृतका के पिता के होश उड़ गए और उन्होंने यह सूचना अपने साढ़ू मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के ही बन्दरहवां निवासी रामबरन उर्फ मैकू को दी जिसपर तत्काल वह चार किमी की दूरी पर स्थित मृतका के घर पहुंचे तो देखा कि मृतका रंजू की जली हुई लाश बरामदे में रखी थी जो रजाई से ढकी हुई थी और मृतका रंजू का पति कुलदीप व सास चिनका बाहर बैठे थे।मौके पर पहुंचे रामबरन ने घटना की सूचना डायल 100 टीम को सात बजकर तिरपन मिनट पर दी जिसके पश्चात मौके पर पहुंची डायल 100 टीम ने थानाध्यक्ष मिश्रौलिया मनोज कुमार सिंह को उक्त घटना के बारे में सूचित किया।ससुरालीजनों के बार-बार अलग-अलग तरीके से जवाब देने पर मृतका द्वारा आत्महत्या करने की बात पुलिस के गले नही उतर रही थी।बहरहाल कारण जो भी हो हर किसी की नजर मासूम प्रियांशी को देखकर नम हो जा रही व पुलिस मृतका के माता-पिता जो कानपुर से आ रहे की प्रतीक्षा कर रही उसके बाद ही आगे की कार्यवाई की जाएगी।