राज्यसभा सदस्य ने काला नमक एक्सपोर्ट डेवलेपमेंट फाउण्डेशन" के सृजन के सम्बन्ध में गुणों से कृषि मंत्री भारत सरकार को कराया अवगत

 सरताज आलम


सिद्वार्थनगर।


राज्यसभा सदस्य बृजलाल ने कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री भारत सरकार शिवराज सिंह चौहान से दिनांक 19-12-2024 को मिलकर उन्हें बुद्ध-कालीन “कालानमक” धान की बालियों से बनी कलाकृति भेंट की। राज्यसभा सदस्य बृजलाल ने उन्हें भगवान बुद्ध के महाप्रसाद कालानमक चावल के गुणों से भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में बुद्ध कालीन "काला नमक" धान पैदा किया जाता है, जिसका जी0आई0 एरिया बस्ती मंडल के जिले-सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीरनगर, गोरखपुर मंडल के जिले देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, महाराजगंज और देवी पाटन मंडल के जिले गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच हैं। यह स्पेशिलिटी राइस की श्रेणी में आता है। अन्य चावलों की अपेक्षा इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 49-51 और एमाइलोज 19 है, जिसके कारण पक कर ठंडा होने पर भी इसका भात मुलायम रहता है और शुगर-फ्री है। इसे मधुमेह से पीड़ित लोग भी खा सकते हैं। काला नमक धान की खेती 600 ईसा पूर्व से जनपद सिद्धार्थनगर में होती आ रही है। इसकी अद्वितीय सुगंध, कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (49-52%), उच्च जिंक (16.97%) व आयरन (4.5mg) प्रोटीन (10.6%) बीटा कैरोटीन (0.42 mg) समेत अन्य पौष्टिक गुण इसे मधुमेह रोगियों हेतु अनुकूल, सुपाच्य और लाभदायक सिद्ध होते हैं। इसके ये गुण, इसे विश्व के उत्कृष्ट चावलों की श्रेणी में शुमार करते हैं। इसमें अन्य चावलों की अपेक्षा जिंक 4 गुना, आयरन 3 गुना और प्रोटीन दोगुना होता है। इसमें कई अन्य माइक्रो न्यूट्रियंट पाये जाते है। दुनिया में यही एक ऐसा चावल है, जिसमें विटामिन- ए पाया जाता है। इसे "बुद्धा ब्रांड राइस" के नाम से निर्यात किया जाता है, जिसके मुख्य ग्राहक दक्षिण पूर्वी एशियाई देश हैं जिनमें बौद्ध धर्म मानने वालों की संख्या अधिक है। ये देश बासमती चावल की अपेक्षा काला नमक चावल पसंद करते हैं। बासमती चावल के विकास, निर्यात, रिसर्च, विश्व में व्यापार बढ़ाने हेतु उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में "बासमती एक्सपोर्ट डेवलेपमेंट फाउण्डेशन" बहुत पहले से काम कर रही है। इस संस्था के बनने से देश के बासमती चावल पैदा करने वाले किसान, मिलर, निर्यातक, व्यापारी सभी लाभान्वित होते हैं। काला नमक चावल के लिए अबतक ऐसी कोई संस्था नहीं है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरे गृह जनपद सिद्धार्थनगर के लिए "एक जिला, एक उत्पाद" हेतु काला नमक धान को चयनित किये हैं। अब कालानमक की खेती को काफी बढ़ावा मिला है, जिससे किसानों की आमदनी काफी बढ़ गई है। सिद्धार्थनगर में हर वर्ष काला नमक महोत्सव मनाया जाता है, जिसमें क्रेता-विक्रेता, कृषि वैज्ञानिकों और किसानों का सम्मेलन आयोजित किया जाता है। इस सम्मेलन का उद्देश्य वैश्विक खाद्य आपूर्ति श्रृंखला में काला नमक चावल को शामिल करना है। काला नमक धान को बढ़ावा देने के लिए बासमती एक्सपोर्ट डेवलेपमेंट फाउण्डेशन की तरह "काला नमक एक्सपोर्ट डेवलेपमेंट फाउण्डेशन" सृजित करने की आवश्यकता है। मैं संस्तुति करता हूं कि, इसका मुख्यालय जिला-सिद्धार्थनगर रखा जायें, क्योंकि यह भगवान बुद्ध की जन्मस्थली है। काला नमक एक्सपोर्ट डेवलेपमेंट फाउण्डेशन" के सृजन से पूर्वी उत्तर प्रदेश के उपरोक्त आकांक्षी जिलों के किसानों की आय बढ़ाने में काफी सहायक सिद्ध होगा।

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